मुश्किलों के बिना कोई मंज़िल कोई सफर नहीं होता कोई तेरा नहीं है तो गम न कर । मुश्किलों के बिना कोई मंज़िल कोई सफर नहीं होता कोई तेरा नहीं है तो गम न कर ।
अब परिस्थितियां विपरीत हैं, उंगलियां रुक रुक कर चलती हैं अब परिस्थितियां विपरीत हैं, उंगलियां रुक रुक कर चलती हैं
जहाँ जन्म हुआ उन यादों को कैसे भूल जाएंं, जहाँ बीता बचपन मेरा उस ख्वाबगाह को क्यों जहाँ जन्म हुआ उन यादों को कैसे भूल जाएंं, जहाँ बीता बचपन मेरा उस ख्वा...
किसको अर्जित दूं? मुझे खुद से छुट्टी चाहिए किसको अर्जित दूं? मुझे खुद से छुट्टी चाहिए
मोहब्बत ने तेरी, मचा रखा है दिल-ए-मोहल्ले में बवाल, जबसे तुझसे मुलाक़ात हैं हुई, बस तेर मोहब्बत ने तेरी, मचा रखा है दिल-ए-मोहल्ले में बवाल, जबसे तुझसे मुलाक़ात हैं हु...
फुरसत के पलों में खुद से जो नज़रे मिलीं यकीं मानो खुद से मोहब्बत हो गई। फुरसत के पलों में खुद से जो नज़रे मिलीं यकीं मानो खुद से मोहब्बत हो गई।